आधी रात को रिलीज़ हुआ पंचायत का सीज़न 4, जानें कैसी लगी दर्शकों को यह सिरीज़
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आधी रात को रिलीज़ हुआ पंचायत का सीज़न 4, जानें कैसी लगी दर्शकों को यह सिरीज़

जितेंद्र कुमार पंचायत का अगला सीजन लेकर फिर से एक बार हाजिर हो चुके हैं

 

panchayat season 4: हालांकि पंचायत के पिछले तीन सीजन में लोगों के दिल में एक गहरी छाप छोड़ी है, जिसकी वजह से लोग हर साल पंचायत की एक और सीजन का बेसब्री से इंतजार करते हैं। जितेंद्र कुमार पंचायत का अगला सीजन लेकर फिर से एक बार हाजिर हो चुके हैं जो की अमेजॉन प्राइम में देखने को मिलेगा। इस सीजन को लेकर भी काफी समय से दर्शकों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दिखाई थी और वह काफी उत्सुक थे तो आईए जानते हैं कि दर्शकों को पंचायत का यह चौथा सीजन कैसा लगा और उनके क्या विचार हैं।

 

चुनाव का मौसम

यह सीज़न सीधे स्थानीय चुनावों में उतरता है, जिसमें मंजू देवी और क्रांति देवी के बीच आमना-सामना होता है। हालाँकि, यह सिर्फ़ राजनीति के बारे में नहीं है - यह लोगों, भावनाओं और गाँव के जीवन के बारे में है। एक प्रशंसक ने लिखा, "पूरा सीजन देखा और मैं यह जरूर कहना चाहूंगा कि #पंचायत4 अपने पूर्ववर्तियों की तरह ही प्रासंगिक और दिल को छूने वाला है। इस सीज़न में कॉमेडी, इमोशन और इंटेंस ड्रामा का बेहतरीन मिश्रण है, क्योंकि कहानी फुलेरा में चुनावों के इर्द-गिर्द घूमती है। यह मंजू देवी बनाम क्रांति देवी है.. और यह जमीनी स्तर की राजनीतिक मशीनरी को उसकी अराजक महिमा में खूबसूरती से दर्शाता है... खामोशियाँ, अनकहे शब्द - वे आपके साथ रहते हैं।

कुछ लोग नहीं है संतुष्ट

जहाँ पहले के सीज़न में हंसी और भावनात्मक गहराई के बीच एक बेहतरीन संतुलन बनाया गया था, वहीं इस सीज़न में भावनात्मक पक्ष पर ज़्यादा ज़ोर दिया गया है। कुछ प्रशंसकों ने इसकी सराहना की और शो को एक संपूर्ण सिनेमाई अनुभव बताया। “#पंचायतसीजन4 सिर्फ़ एक शो नहीं है, यह सिनेमा की एक संस्था है। कहानी, पटकथा और भावना का एक मास्टरक्लास।यह आपको हंसाता है, यह आपको रुलाता है, हर फ्रेम बोलता है। कुछ जीत खुशी नहीं लाती। कुछ जीत हार से ज़्यादा दुख देती है। यह सच है। यही #पंचायत है”